बिहार, जहाँ हर 50 किमी पर भाषा बदलती है। यहाँ मैथिली की मिठास है, भोजपुरी की गर्मजोशी, मगही की गहराई और अंगिका की आत्मीयता।
📌 यह प्रोग्राम क्यों?
- बिहार की भाषाई विविधता को संरक्षित करना 🌍
- भाषा के माध्यम से एकता और अपनत्व बढ़ाना 🤝
- बच्चों को अपनी जड़ों से जोड़ते हुए भविष्य के लिए तैयार करना 🌱
यह सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ताओं को हिंदी, अंग्रेज़ी, मैथिली, भोजपुरी, मगही और अंगिका में बोलने, रिकॉर्ड करने, रेट करने और सीखने का मंच देता है।
👨👩👧👦 अपने बच्चों को जोड़ें – अपने दिल की भाषा बोलने दें।
एक से अधिक भाषा सीखने से समझ, आत्मविश्वास और भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता है। यह जीवन को रंगीन बनाता है।